गाँवों में नहीं बंद हो रही शराब की भट्टियां

Update: 2016-10-13 22:30 GMT
गाँवों में धूं-धूं कर जल रही हैं शराब की भट्टियां

मोबीन अहमद- कम्यूनिटी रिपोर्टर

रायबरेली। खीरों थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले उन्नाव-रायबरेली सीमा पर स्थित न्योती गाँव में शराब बनाने का व्यापार कुटीर उद्योग की तरह फैला हुआ है। गाँव में लगभग 20 घरों में शराब की भट्ठी लगी हैं और रोज सुबह से शाम तक वहां पर शराब पीने वालों का जमावड़ा रहता है। इसके अलावा शराब का यह अवैध कारोबार गाँव की सब्जी मंडी में भी हो रहा है।

सप्ताह में एक बार लगने वाली गाँव की बाजार में सब्जी, अनाज, और अन्य समानों के साथ-साथ दारू के खोमचें भी लगते हैं, जहां पर 20 रूपए से लेकर 40 रूपए बोतल की कीमत पर शराब खुले आम बिक रही है।
बिरजू सिंह (45 वर्ष) न्योती गाँव के निवासी

अवैध शराब का यह काला कारोबार सिर्फ न्योती गाँव में ही नहीं बल्कि दुलारेपुर, सेमरी, पैनासी, कलुवा खेड़ा जैसे गाँवों में बेरोक-टोक हो रहा है।

गाँवों में धूं-धूं कर जल रही शराब की भट्टियों को बंद कराने की बात पर खीरों थानाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप रावत कहते हैं कि अवैध शराब के कारोबार पर हमारी पूरी नज़र है। गाँवों में इसे रोकने के लिए हम लगातार अभियान भी चला रहे हैं। इसी का नतीजा यह हुआ है कि पिछले अगस्त माह में ही हमने यहां के 14 लोगों पर मुकदमा कराया है और 400 ली. शराब बरामद की है और काफी मात्रा में शराब सामग्री नष्ट की गई है।

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